Seventh International Ramayana Conference
सप्तम अंतरराष्ट्री​य रामायण ​अधिवेशन

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2-5 April 2025

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२-५ अप्रैल २०२५ को श्री राम चरित भवन द्वारा आयोजित सातवें अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेलन में आपका स्वागत है। यह सम्मेलन पूर्ण रूप से वीडियो माध्यम (जूम मीटिंग) से आयोजित हो रहा है। सम्मेलन में रामायण संबंधित किसी भी विषय पर शोध-पत्र प्रस्तुत किए जा सकते हैं। श्री राम चरित भवन की स्थापना केवल प्रभु श्री राम के बारे में जानने और उनके संदेश को मानवता तक पहुँचाने के उद्देश्य से की गई है।

अंतिम तिथि 
संक्षिप्त सार भेजने की: 10 मार्च 2025

शोधपत्र का संक्षिप्त सार

इस अधिवेशन में रामायण संबंधित किसी भी विषय पर शोधपत्र प्रस्तुत करने के लिए आप सादर आमंत्रित हैं। अपने शोधपत्र का संक्षिप्त सार निम्न दिशानिर्देशों के अनुसार हमें भेजें।

  • शोधपत्र का संक्षिप्त सार (100 शब्दों में) 10 मार्च 2025 तक इस Google form द्वारा भेजें
  • सार की प्राप्ति के एक सप्ताह में शोधपत्र की स्वीकृति का निर्णय ईमेल द्वारा भेजा जाएगा।
  • शोधपत्र को अधिवेशन में शामिल करने के लिए यह अनिवार्य है कि शोधपत्र के लेखकों में से कम से कम एक को 25 मार्च 2025 तक या शोधपत्र की स्वीकृति के एक सप्ताह के भीतर अधिवेशन के लिए पंजीकृत होना चाहिए।
  • पूर्व-पंजीकरण के बिना कार्यक्रम में शोधपत्र शामिल नहीं किया जाएगा। अधिवेशन में अंत समय पर भागीदारी निरस्त करने की संभावना को कम करने के लिये पूर्व-पंजीकरण अनिवार्य किया गया है।
  • पंजीकरण शुल्क समय के साथ बढ़ता जायेगा, अतः जल्दी पंजीकरण कराएं और कम शुल्क का लाभ उठाएं।
  • एक लेखक एक ही शोधपत्र प्रस्तुत कर सकते हैं।
  • सार अंग्रेजी या हिंदी में प्रस्तुत में लिखा जा सकता है।  

उत्कृष्ट शोध पत्र पुरस्कार

तीन सबसे उच्च कोटि के शोधपत्रों को पुरस्कार का प्रावधान है. विगत के लिए यहाँ दबाएँ 

विगत सम्मलेन